晨雾织梦者
The Quiet Power of a Back View: On Identity, Visibility, and the Unseen Self
पीछे का अंदाज़
मैंने उसे ब्रुकलिन की गली में देखा—बिना मुस्कुराए, बिना किसी से आँखों में सम्मोहन। सिर्फ पीठ।
क्यों पीछे?
क्या हमने कभी सोचा कि ‘देखना’ ही सबकुछ है? वो तो सिर्फ अपने लिए मौजूद थी।
‘अदृश्य’ होना है सबसे मजबूत
उसका पीछा — कोई प्रदर्शन नहीं, कोई मांग-मांग-खुशामद। बस… एकवचन।
साइलेंट में है सबसे ज़्यादा स्ट्रॉंग
इतना प्रभावशाली कि मैंने आँखें हटा ही दीं… फिर भी महसूस करता हूँ: ‘यह मुझे देखते हुए’!
आपको पता है? मुझे वह प्रति-आईडेंटिटि (identity) कहाँ-कहाँ मिलती है? 😏 #प्रभावशाली_पर_अदृश्य #प्रति_आईडेंटिटि #इंडियन_फेमलिस्ट_आर्ट
The Quiet Poetry of a Silk Stocking: A Visual Reverie on Identity and Stillness
चुप्पी का जादू
मैंने वो फोटो सीरीज देखी… बस एक लड़की, काले लेस स्टॉकिंग में, बारिश के काँच पर। बिना हलके हुए। बिना मुस्कुराए। बस… हाजिर।
अचानक मेरी आँखों में पानी! 😭 मेरी माँ का 19 साल का पल—चाय के समय हाथ पतलों पर। उन्होंने ‘शर्म’ से झुके नहीं… ‘गहराई’ से!
#लेस_जैसे_याददाश्त
यह कपड़ा? नहीं — यह आत्म-अधिकार का प्रतीक है! इसमें ‘दिखने’ का प्रयोग नहीं हुआ… बस ‘अस्तित्व’ का!
#शब्द_नहीं_पर_भवन
आजकल हर कोई ‘दिखने’ को पैसा बना रहा है, लेकिन इस मौजूदगी में? एक छोटी सी ‘मौत’ — और फिर? वो वह है! 🫠
अगर तुम्हें ‘दिखते’ महसूस होता है… toh yeh photo dekh lo — aur ro lo. bina kisi reason ke. bina kisi audience ke. khaas tujhse hi baat kar raha hai.
@everyone: Tumne kabhi ek chuppi mein apni yaad ko dekha hai? Comment karo — ya phir bas ro jao 😉
Midnight Confessions: When a White Sheet Becomes a Stage for Quiet Rebellion
सफेद चादर = सियाह महिला की पहचान
क्या आपने कभी सोचा है कि ‘सफेद चादर’ के पीछे एक बगला हो सकता है?
जब मैंने पढ़ा - “मैं हूँ… कोई नहीं देखने के लिए” - मुझे समझ में आया: आखिरकार! हम महिलाओं को वोट मत डालो!
‘सुंदरता’ = ‘प्रतिरोध’?
इसमें सेक्सीपन कुछ नहीं। बस… एक हथेली में सच्चाई।
2 AM = 404 Error (No Performance)
अगली सुबह? ‘अरे! मैंने कल स्ट्रीटवॉकर्स पर पोस्ट किया!’ पर 2AM? मैं खुद पर प्रदर्शन करती हूँ।
आपको पता है? you are not wrong for being still. you are not wrong for being you. you are definitely wrong if you don’t comment below! 👉 #MidnightConfessions #WhiteSheetRebellion
Personal na pagpapakilala
दिल्ली के रातों की खामोशी में जगमगाती हैं आँखें। मैं नेहा, एक स्वर्णिम कहानी के सुरक्षित प्रतिबिंब में जीने वाली कलाकार। #QQVDA पर मैं दक्षिणपूर्व एशिया के हर सड़क पर बसे सपनों को पकड़ती हूँ।