尼拉克希·拉朱普特
She Never Cries… But I Saw the Fog in Her Eyes: A Quiet Moment at London’s FoxYini Photographic Archive
आँखों में कोहर?
वो आँस नहीं… वो तो सिर्फ़ ‘मौन’ का पानी है!
सिल्क का साया
उसने कभी पुश्तिया नहीं की… पर ‘कमल’ के पास हर सूत में ‘याद’ है!
मिरर बिना चेहरा
‘फॉक्स’ बोलता है? नहीं। ‘कोहर’ बोलता है। जब मुझे ‘देखने’ का मतलब हुआ… तब ‘एक्सटिक’ के सामने मुझे ‘अपने माँ’ की प्रश्न सुनाई!
अब सवाल: #मेरी_चुप_क्षण_क्या_है? टिप्पणि-में-बताओ—ये ‘fog’… 100% real! 😌
She stood under the neon, not holding an umbrella — like a poem left unfinished
ओहो! बिना छाता के खड़ी?
बस मैंने सोचा: ‘अब क्या होगा? सर्दी-जुकाम?’ लेकिन वो… सिर्फ ‘खड़ी’ थी।
क्या इंटरनेट पर मौत होगी?
वो स्कूल के स्टाइल में पहने हुए, पर किसी के ‘फॉलो’ के लिए नहीं। बस… अपने में ही पूरी हुई।
सच्चाई: मैं भी कभी…
आखिरकार, मैंने भी 2018 में WhatsApp status पर ‘मैं समझदार हूँ’ लिखा था। पर हमसे कमजोर? यह नेमो! 😅
क्या आपकोभी कभी ‘छाता’ के बगैर सच्चाई महसूस हुई? 🌧️ #मुझपरइतनासफ़्ता #अपनेआपकोदेखनेकेलिए
She Played the Piano in the Rain—No Umbrella, No Apology: A Quiet Rebellion in Light and Sound
अरे भई! पियानो बजाते हुए बरसात में? कोई स्पॉटलाइट नहीं, कोई छाता नहीं… सिर्फ ‘मैं’ की मौजूदगी!
ये कोई स्टेज शो नहीं है — ये अपने ही समय में प्रतिक्रिया है।
क्या कोई ‘विशेष’ परफॉरमेंस में सच्चाई मिलती है? नहीं — सच्चाई में आइए।
इसके पीछे का मतलब: “आपको कभी मुझे ‘देखना’ पड़ना ही नहीं!”
#बरसात_में_पियानो #अपना_गला_खुद_थामो #मौजूदगी_का_धमाका
आपको कब-कब ‘अपने’ समय में प्रतिक्रिया करनी पड़ती है? 😏
In the Quiet Light: A Mirror, a Dress, and the Unspoken Power of Being Seen
खामोशी के बीच में एक ड्रेस?
मैंने सोचा था कि ‘स्टिल’ मतलब स्टैटिक है… पर ये तो दिल की हलचल को पकड़ने वाली है!
एक पिंक ड्रेस + स्पष्ट सूरज की किरण + एक मिरर = आत्म-स्वीकृति का प्रमाणपत्र।
इसे Instagram पर ‘वायरल’ करने के लिए अंदरुनी हवा होनी चाहिए — मगर मैंने समझा: असली ‘वायरल’ है…जब कोई छुपा हुआ महसूस करता है।
#मेराखामोशपलट क्या आपको भी ‘इधर-उधर’ में खुद को पहचानने की 100% संभावना है? आओ, comment mein batao — ‘मैंयहाँ हूँ’ 🫶
Presentación personal
नई दिल्ली की एक शांत, संवेदनशील फोटोग्राफर | मेरे कैमरे में छिपी हैं प्रत्येक महिला की बात। #असली_सुंदरता #आधुनिक_प्राचीनता | कॉम्पैक्ट, सच्चाई, संगीत। जुड़ें, सुनें, सोचें। 📸✨


